समाज से शिकायत

शिकायत है मुझे उस समाज से, अंधविश्वास में जीते हर उस इन्सान से, दिल में बसे उनके मंद – बुद्धि जज़्बात से… कहते हैं वो, पुरखों से चली आई परम्परागत विद्या,ये महान है। करेंगे सब कुछ इसे ही मानते वो अपनी आन हैं,सत्य से ना जाने, वो क्यों अंजान हैं, मेरी नज़रों में, ये मूर्खता …

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