चोर-चोर मौसेरा भाई

सिकन्दर कुमार मेहता
गौतम अदानी को ऑस्ट्रेलिया मे कोयला उत्खनन का प्रोजेक्ट मिला लेकिन अदानी के इस प्रोजेक्ट के लिये अदानी को पैसा चाहिये था. अदानी ने The Royal Bank of Scotland,Deutsch Bank(German Bank) और HSBC bank जैसी बँको से लोन मांगा सबने मना कर दिया. अदानी Citigroup और JP Morgan Chase जैसी कम्पनियो के पास गया इन्होने भी पैसा लगाने से मना कर दिया. UNESCO इस प्रोजेक्ट के विरोध मे है क्योंकी पर्यावरण और World Heritage Site को इस प्रोजेक्ट कि वजह से धोका उत्पन्न होने वाला है. अदानी को इस प्रोजेक्ट मे पैसा देने को कोई तयार नही था. ऐसे वक्त मे गौतम अदानी के खास दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामने आये.
नरेंद्र मोदी ने एक योजना शुरू कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना. इस योजना से करोडो बँक खाते स्टेट बँक ऑफ इंडिया मे शुरू किये गये और इन खातो मे भारतीय लोगों ने 5000-6000 करोड रुपये SBI मे जमा करा दिये. अब SBI से गौतम अदानी को 6000 करोड का लोन दिया जा रहा है. यह संभवत: किसी भी भारतीय बैंक द्वारा विदेश में किसी प्रोजेक्‍ट के लिए दिया जाने वाला सर्वाधिक लोन होगा. अडानी के पास पहले से करीब 65 हजार करोड़ रुपए की देनदारी है. इसके बावजूद एसबीआई ने उन्‍हें 6000 करोड़ रुपए का लोन देना मंजूर किया है. वह भी तब जब बैंक लगातार यह बता रहे हैं कि कंपनियों को दिया गया कर्ज वसूलना मुश्किल हो रहा है . लोगोकी मेहनत कि कमाई जिसे देश मे रोजगार उपलब्ध करने के लिये या फिर देश मे मुलभूत सुवाधाये उपलब्ध करने पर खर्च करना चाहिये था उसे एक उद्योगपती के फायदे के लिये दिया जा रहा है.नरेंद्र मोदी अपने उद्योगपती दोस्तो के साथ मिलकर इस देश को और इस देश कि जनता को लुट रहा है.

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